50 टन वजनी और 20 फीट लंबी है दुनिया की सबसे बड़ी तोप, जानें

प्राचीन काल में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में राजा-महाराजाओं का राज रहा। इस कड़ी में राजा-महाराजा अपनी और किले की सुरक्षा के लिए हथियारों का जखीरा भी अपने पास रखते थे। इस कड़ी में राजा अपने पास बड़ी-बड़ी तोपों को भी रखते थे।

हालांकि, यह जानकर आपको गर्व होगा कि दुनिया की सबसे बड़ी तोप भारत में ही मौजूद है, जिसका वजन करीब 50 टन है और इसकी लंबाई 20 फीट है।

इस तोप को आज भी देखा जा सकता है, जो कि भारत के एक किले में रखी गई है। तोप को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक पहुंचते हैं।

भारत के किस किले में मौजूद है यह तोप और किस राजा ने तोप का कराया था निर्माण, जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें। 

 

भारत के किस किले में मौजूद है दुनिया की सबसे बड़ी तोप

दुनिया की सबसे बड़ी तोप भारत के राजस्थान राज्य के जयगढ़ किले में रखी हुई है। यह किला अरावली पर्वतमाला पर चील के टीले पर आमेर का किला और मावता झील के ऊपर बना हुआ है।

इस किले का निर्माण राजा जय सिंह द्वितीय ने 1667 में कराया था। इस किले का निर्माण मुख्य तौर पर आमेर के किले की सुरक्षा के लिए करवाया गया था। 

 

क्या है सबसे बड़ी तोप का नाम 

दुनिया की सबसे तोप का नाम जयबाण तोप रखा गया है। इस तोप का निर्माण जय सिंह द्वितीय ने मुगल सम्राट मोहम्मद शाह के शासनसकाल में कराया था, जिसका उपयोग किले की सुरक्षा के लिए किया जा सके। 

See also  SNAP Registration 2023 Last Date Soon; Check Admit Card, Exam Dates Here

 

Jagranjosh

50 टन वजनी और 20 फीट लंबी है तोप

इस तोप का वजन 50 टन तक बताया जाता है, वहीं इसमें लगाई बैरल की लंबाई 20.2 फीट है। बैरल के बोर का व्यास करीब 28 सेमी है और इसके छोर पर बैरल की मोटाई 21.6 सेमी है। बैरल आगे से पतली है और पीछे से यह मोटी होती चली जाती है।

वहीं, इसके ऊपर दो कड़ियां भी लगाई गई हैं, जिसकी मदद से मोटी-मोटी जंजीरों से इस तोप को उठाया जाता था। इस तोप को एक दोपहिया वाहन पर रखा गया है।

वहीं, इसमें अतिरिक्त दो पहियों का इस्तेमाल भी किया जाता था, जिससे यह एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाया सके। 

 

तोप को लेकर क्या हैं किवदंतियां

तोप को लेकर अलग-अलग किवदंतियां हैं। पुरानी किवदंतियों के मुताबिक, इस तोप को 100 किलोग्राम गनपाउडर और 50 किलो के गोले के साथ दागा गया था।

वहीं, जिस समय इस तोप को चलाया जाना था, तब इसे पानी के पास रखा गया था, जिससे तोप चलाने के दौरान इसे चलाने वाले तोपची और आसपास के लोग पानी में कूदकर इसके शॉकवेव्स से बच सके।

हालांकि, ऐसा कहा जाता है कि जब यह तोप चली, तो बहुत जोर से आवाज निकली और तोपची के कान से खून निकल आया था। 

 

पढ़ेंः भारत के किस शहर को कहा जाता है ‘Zinc City’, जानें

 

Categories: Trends
Source: tiengtrunghaato.edu.vn

Rate this post

Leave a Comment